संभावना
व्यवस्था को बदले बगैरनही मिटेगा दुख व्यक्ति काक्रांति के बिनानही मिटेगा राजशोषण की शक्ति का ।मगर कौन सा होगा क्रांन्ति का माध्यम ?बँदूक या बम ?बारुद में धुॅऐ से तोऔर …
व्यवस्था को बदले बगैरनही मिटेगा दुख व्यक्ति काक्रांति के बिनानही मिटेगा राजशोषण की शक्ति का ।मगर कौन सा होगा क्रांन्ति का माध्यम ?बँदूक या बम ?बारुद में धुॅऐ से तोऔर …
कोई नही जानताकि अगले क्षणक्या घटित होगा ?हजार-हजार आकडो से खेलने वालीनियति का गणित क्या होगा ?बहुत मुमकिन हैकि तुम जो अभी हॅस बोल रहे होमित्रो मेंकल ही लदे हुए …
बड़ी बुरी मार है दुख की ।हर बारयादें बुला देता है सुख की ।जाने कहाँ से आकरहमें दबोच लेता है ।कितनी ही कोशिश करोउसका शिंकजा नही छुटताकसता ही जाता हैजब …
लोगों ने तो प्यार लुटायाझोली भर – भरमेरे मन की सीमाएँ हीछोटी पड़ गई ।बचपन में दिखलाया थाध्रुव तारा मन मेंआसपास की चीजों पर हीदृष्टि पड़ गईजीवन की संध्या मेंअब …
बुनियादी भूलआज भी वहीं हो रही है ।फाईलों के सहारेसम्पूर्ण क्रांन्ति हो रही है ।ऊपर से नीचे तकवैसी ही परम्परा है रिश्वत कीसिफारिश पलड़ासबसे भारी है ।सबसे बड़ी योग्यतानेता से …