कस्बे की कृतज्ञता
देखते देखतेसात साल बीत गये जावना मेंमालवा के एक कस्बे मेंवक्त नेउम्र के कीमती सात साल छीन लिएलेकिन दे गया बदले मेंतुजुर्बा एहसासों की बेषकीमती दौलतकैसे के वरदान मिलेपिछले दिनोमाॅ …
देखते देखतेसात साल बीत गये जावना मेंमालवा के एक कस्बे मेंवक्त नेउम्र के कीमती सात साल छीन लिएलेकिन दे गया बदले मेंतुजुर्बा एहसासों की बेषकीमती दौलतकैसे के वरदान मिलेपिछले दिनोमाॅ …
मन में आकाश मेंदुख की बदलीकब छा जायेइसका क्या ठिकानाकब बरस पडे उदासी की घटााइसका नियम है अनजानालेकिन बरसती है सब परक्योकि सभी के घर हैएक ही आसमान के नीचेजिसे …