कस्बे की कृतज्ञता
देखते देखतेसात साल बीत गये जावना मेंमालवा के एक कस्बे मेंवक्त नेउम्र के कीमती सात साल छीन लिएलेकिन दे गया बदले मेंतुजुर्बा एहसासों की बेषकीमती दौलतकैसे के वरदान मिलेपिछले दिनोमाॅ …
देखते देखतेसात साल बीत गये जावना मेंमालवा के एक कस्बे मेंवक्त नेउम्र के कीमती सात साल छीन लिएलेकिन दे गया बदले मेंतुजुर्बा एहसासों की बेषकीमती दौलतकैसे के वरदान मिलेपिछले दिनोमाॅ …
मन में आकाश मेंदुख की बदलीकब छा जायेइसका क्या ठिकानाकब बरस पडे उदासी की घटााइसका नियम है अनजानालेकिन बरसती है सब परक्योकि सभी के घर हैएक ही आसमान के नीचेजिसे …
कोई गुरु नहीं मिला ।खोजते – खोजतेनयन थक गये ।जिसे पाकर महक उठेमन उपवन ऐसा फूल नहीं खिलाकिन-किन दरगाहों पर सजदें कियेकिन-किन द्वारों पर झुकाया सिरकोई पुकार ही प्रतिध्वनि बनकरलोैट …
अगले क्षण क्या होगा ?हम जो आज बैठे है चेन सेमौज मस्ती में बेखबरअपना हश्र क्या होगा ?कोई नही जानता ।अनागत भविष्य कीऐसी अनिश्चित्ता कायह रहस्य हीजीवन से बाँधे है हमें …
व्यवस्था को बदले बगैरनही मिटेगा दुख व्यक्ति काक्रांति के बिनानही मिटेगा राजशोषण की शक्ति का ।मगर कौन सा होगा क्रांन्ति का माध्यम ?बँदूक या बम ?बारुद में धुॅऐ से तोऔर …