जनावतार कृष्ण
जनावतारतुम्हारी लीलासचमुच अपरम्पार हैकारागार में जन्मेऔर मतपेटी कोसुदर्षन चक्र की तरह प्रयोग करआतताईयो कीअत्याचारी गर्दन उडा दीहम तो समझ बैठै थेकि तुम एकदम पाषाण होन तुममे करुणा है, न क्रोधऔर …
जनावतारतुम्हारी लीलासचमुच अपरम्पार हैकारागार में जन्मेऔर मतपेटी कोसुदर्षन चक्र की तरह प्रयोग करआतताईयो कीअत्याचारी गर्दन उडा दीहम तो समझ बैठै थेकि तुम एकदम पाषाण होन तुममे करुणा है, न क्रोधऔर …
मुड़कर पीछे देखने की भीफुरसत नहींदो घड़ी दम लेने की भीइजाजत नहीं ।कितनी अजीब हैये जिदंगी की कशमकशकि इसकी रफ्तार के सामनेसभी है बेबस ।दोैड़ना/थकान/बचना /रूकनाफिर चल पड़नागिरना /उठना/उठकर भागते रहनाफिर …
देखते देखतेसात साल बीत गये जावना मेंमालवा के एक कस्बे मेंवक्त नेउम्र के कीमती सात साल छीन लिएलेकिन दे गया बदले मेंतुजुर्बा एहसासों की बेषकीमती दौलतकैसे के वरदान मिलेपिछले दिनोमाॅ …
मन में आकाश मेंदुख की बदलीकब छा जायेइसका क्या ठिकानाकब बरस पडे उदासी की घटााइसका नियम है अनजानालेकिन बरसती है सब परक्योकि सभी के घर हैएक ही आसमान के नीचेजिसे …
कोई गुरु नहीं मिला ।खोजते – खोजतेनयन थक गये ।जिसे पाकर महक उठेमन उपवन ऐसा फूल नहीं खिलाकिन-किन दरगाहों पर सजदें कियेकिन-किन द्वारों पर झुकाया सिरकोई पुकार ही प्रतिध्वनि बनकरलोैट …