Sonwalkar

शतरंज का खेल

बुनियादी भूल
आज भी वहीं हो रही है ।
फाईलों के सहारे
सम्पूर्ण क्रांन्ति हो रही है ।
ऊपर से नीचे तक
वैसी ही परम्परा है रिश्वत की
सिफारिश पलड़ा
सबसे भारी है ।
सबसे बड़ी योग्यता
नेता से रिश्तेदारी है ।
न आचरण है न मर्यादा
वजीर हो या प्यादा
तिरछा ही चलता है ।
मोहरे भर बदले है ।
तिकडम की शतरंज का
खेल वही चलता है ।

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