Sonwalkar

शीशे और पत्थर का गणित

अनकहा दर्द

अभिव्यक्ति के माध्यम अनेक हैशब्दों  की शक्ति भी अनन्त हैपर कथ्य जो कीमती है –वह तो अनकहा रह गया। सागर में नावें अनेक हैगोताखोरों का साहस भी असीम हैपर मोती …

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आत्मीय स्पर्श

बड़ों के पाँव छूने का रिवाज़इसलिए अच्छा हैकि उनके पैरों का छाले देखकरऔर बिवाईयाँ छुकरतुम जान सकोंकि जिंदगी उनकी भीकठिन थीऔरकैसे कैसे संघर्षों में चलते रहें हैं वें। बदलें मेंवे …

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कोशिश सिर्फ ये

छोटी छोटी बातों परमुझसेघंटो नाराजबैठा रहता हैमेरा बेटा। मुझसे उसकी नाराज़गी सेकतई एतराज़ नहींमेरी कोशिशसिर्फ ये हैकि वहबड़े मुद्दों परनाराज़ होना सीखें। उसके जीवन मेंभले हीपग-पग परयुद्ध होमगर,उसकी आत्मा मेंबुद्ध …

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एक बार फिर

फिरबजी नेताजी का भाषण परचमचों की तालीफिरहोने लगी शब्द बे-असरअर्थ से ख़ाली। फिरबिचौलिए देने लगेमूँछों पर ताव-फिरआसमान छूने लगेंजरुरी चीजों के भाव। फिरशक्ति-प्रदर्शन के लिएहोने लगी रैलियाँफिररिश्वत के लिएखुलने लगीं …

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एक एबनार्मल रचनाकार

साधारण बातचीत में भीउसके चेहरे परतनाव बना रहता हैऔर माथे की शिरायेंअलग दिखाई देती है –उभरी हुई जैसे वो किसी बहस मेंभाग ले रहा होवह लगातार बोलता रहता है।(सहज बातों …

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