Sonwalkar

अन्य कविताएँ

नया-पुराना

पुरानाअगर अपना “पुरानापन” पहचानता है,तो नया हो जाता है नयायदि घिरा रहता है“नयेपन की सीमाओं में”तो वह पुराना ही रहता है। अपने कोसतत् जानते परखते रहनानयापन है। सीमाओं-रूढ़ियों में घिरकरजड़ …

नया-पुराना अधिक पढ़ें »