Sonwalkar

अनकहा दर्द

अभिव्यक्ति के माध्यम अनेक है
शब्दों  की शक्ति भी अनन्त है
पर कथ्य जो कीमती है –
वह तो अनकहा रह गया।

सागर में नावें अनेक है
गोताखोरों का साहस भी असीम है
पर मोती जो असली है
वह तो अनछुआ रह गया।

सप्तक के सुर सात है
ताल और लय के भेद भी कई है
पर गीत जो दर्द विसरा दे
वह तो अनगाया रह गया।

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